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Justice For Mahesh Kumar Verma

Wednesday, January 16, 2008

मुझे शांतिपूर्वक जाने दो

यदि कोई नहीं है इस दुनिया में सच्चाई पर चलने वाला
यदि कोई नहीं है इस दुनिया में सच्चाई का साथ देने वाला
यदि कोई नहीं है इस दुनिया में ईमानदारिता पर चलने वाला
यदि कोई नहीं है इस दुनिया में निष्पक्षता पर चलने वाला
यदि कोई नहीं है इस दुनिया में मुझको न्याय दिलाने वाला
यदि कोई नहीं है इस दुनिया में मुझको सुनने वाला
यदि कोई नहीं है इस दुनिया में मुझसे बातें करने वाला
यदि कोई नहीं है इस दुनिया में गलत व झूठ का बहिष्कार करने वाला
तो किसी को भी नहीं है अधिकार मेरे विरुद्ध कुछ कहने का
तो किसी को भी नहीं है अधिकार मेरे विरुद्ध कुछ करने का
तो किसी को भी नहीं है अधिकार मेरे विरुद्ध कुछ करवाने का
तो किसी को भी नहीं है अधिकार मेरे किसी कार्य में आपत्ति करने का
तो किसी को भी नहीं है अधिकार मुझे कुछ करने से रोकने का
तो किसी को भी नहीं है अधिकार मेरे राह में विध्न डालने का
और ऐसी स्थिति में मुझे जिंदा रहना भी बेकार है
और ऐसी स्थिति में मुझे मर जाना ही बेहतर है
और ऐसी स्थिति में नहीं है किसी को मुझे मरने से रोकने का अधिकार
क्योंकि मैं तो हूँ सारी दुनिया के लिए बेकार
तब तो फिर मर ही जाऊंगा
तब फिर तुझे मैं कुछ न कहूँगा
तब तुमको नहीं होगी कोई दिक्कत मुझसे
तब तुम रहना चैन व आराम से
क्योंकि तब तुम्हारी सारी समस्या का अंत हो जाएगा
तुम्हारे नजर में यह पापी तुमसे हमेशा-हमेशा के लिए दूर चला जाएगा
मैं चला जाऊंगा
फिर कभी न आऊंगा तुम्हारे नजरों के सामने
मैं चला जाऊंगा
फिर कोई पापी न होगा तुम्हारे नजरों के सामने
तब जाता हूँ
मुझे जाने दो
पर एक विनती है
मुझे शांतिपूर्वक जाने दो
बस एक चोटी सी अन्तिम इच्छा पूरी कर दो
और मुझे शांतिपूर्वक जाने दो

...............

०६०६३०

1 comment:

Anonymous said...

लगता है बहुत नाराज हो अपने आप से।
लगता है बहुत उदास हो

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