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Justice For Mahesh Kumar Verma

Sunday, March 9, 2008

मेरा जीवन खुला किताब

मेरा जीवन खुला किताब खुला ही रह गया
न कोई जान सका न कोई पहचान सका
यह यों पड़ा ही रह गया
मेरा जीवन खुला किताब खुला ही रह गया

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