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Justice For Mahesh Kumar Verma

Sunday, September 14, 2008

है किसी में हिम्मत तो

अब तक तो चुप था पर

अब चुप रह सकता नहीं

मरना होगा मर जाएंगे पर

मैं सर झुका सकता नहीं

है किसी में हिम्मत तो मेरे बातों का जवाब दे दे

है किसी में ईमानदारी तो सच्चाई सामने ला दे

2 comments:

कुन्नू सिंह said...

हिम्मत तो किया पर अब लोग मेरे हिन्दी पर धयान देने लगे हैं..

Anonymous said...

vaah

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