पवित्र होली का पर्व आपस में वैर व दुश्मनी या शत्रुता की भावना भुलाकर आपस में प्रेम स्थापित करने का पर्व है। पर आज कितने लोग अपने पुराने दुश्मनी का बदला होली के दिन ही लेते हैं तथा कितने लोग होली के दिन शरारत करने से नहीं चुकते हैं। पर हमें ख्याल रखना चाहिए की पवित्र होली का पर्व शरारत करने का पर्व नहीं है बल्कि यह प्रेम का पर्व है। इस होली के अवसर पर मैं सबों से अपील करना चाहता हूँ कि वे होली का पर्व प्रेम पूर्वक मनाएं न कि शरारती के साथ तथा आपसी वैर भावना भुलाकर आपस में प्रेम स्थापित करें। साथ ही मांस-मदिरा का सेवन भी त्यागना चाहिए।
होली के शुभकामनाओं के साथ।
आपका
महेश कुमार वर्मा
http://popularindia.blogspot.com/
होली के शुभकामनाओं के साथ।
आपका
महेश कुमार वर्मा
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2 comments:
आप की अपील बहुत अच्छी और सद्बाविक है। हमने आप का ब्लॉग पहले भी देखा है। अधिकांश ब्लॉगर ब्राउजर के रुप में फायर फॉक्स का प्रयोग करते हैं। इस में आप का लिखा बिखर जाता है। आप शायद रेमिंग्टन की बोर्ड का प्रयोग करते हैं। आप इस के लिए इन्स्क्रिप्ट की बोर्ड सीख लें पन्द्रह दिन के अभ्यास से यह हो जाता है। फिर आप के शब्द सभी ब्राउजरों में पढ़ने लायक हो जाएंगे। अभी पढ़ने में नहीं आने के कारण पाठक आपके ब्लॉग को देख कर आगे बढ़ जाता है पढ़ता नहीं है।
अत्यन्त सुंदर अभिव्यक्ति !आपको भी होली की शुभकामनाएं !!
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