मुझे नहीं मालूम कि मेरी क्या गलती है
मुझे तो बस इतना मालूम
कि गलती मेरी साथ हुयी
न्याय पाने की थी आशा
पर न्याय पाना भी दुस्वार हुआ
गलती बताने वाले कोई नहीं
पर सजा देने वाले हजार हुए
मेरा सुनने वाला कोई नही
पर आरोप लगाने वाले हजार हुए
घाव पर मलहम लगाने वाला कोई नहीं
पर नमक छिडकने वाले हजार हुए
साथ देने वाला कोई नहीं
पर आगे बढ़ाकर धक्का दे गिराने वाले हजार हुए
मौत से बचाने वाला कोई नहीं
पर मौत देने वाले हजार हुए
चाहते है वे मेरी मौत
तो ठीक है मुझे मौत के गले लगा दो
पर एक गुजारिश है तुमसे
कि ऐसा न करना अब किसी से
न होना कभी तुम धर्म भ्रष्ट
न देना किसी को ऐसा कष्ट
न देना किसी को ऐसा कष्ट
मुझे नहीं मालूम कि मेरी क्या गलती है
मुझे तो बस इतना मालूम
कि गलती मेरी साथ हुयी
गलती मेरी साथ हुयी
मुझे तो बस इतना मालूम
कि गलती मेरी साथ हुयी
न्याय पाने की थी आशा
पर न्याय पाना भी दुस्वार हुआ
गलती बताने वाले कोई नहीं
पर सजा देने वाले हजार हुए
मेरा सुनने वाला कोई नही
पर आरोप लगाने वाले हजार हुए
घाव पर मलहम लगाने वाला कोई नहीं
पर नमक छिडकने वाले हजार हुए
साथ देने वाला कोई नहीं
पर आगे बढ़ाकर धक्का दे गिराने वाले हजार हुए
मौत से बचाने वाला कोई नहीं
पर मौत देने वाले हजार हुए
चाहते है वे मेरी मौत
तो ठीक है मुझे मौत के गले लगा दो
पर एक गुजारिश है तुमसे
कि ऐसा न करना अब किसी से
न होना कभी तुम धर्म भ्रष्ट
न देना किसी को ऐसा कष्ट
न देना किसी को ऐसा कष्ट
मुझे नहीं मालूम कि मेरी क्या गलती है
मुझे तो बस इतना मालूम
कि गलती मेरी साथ हुयी
गलती मेरी साथ हुयी
-- महेश कुमार वर्मा
3 comments:
गलती किसकी है यह तो जाँच का बिषय है। पर कहते हैं कि-
इस शहर में चलती है हवा और तरह की।
जुर्म और तरह के हैं सजा और तरह की।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
दिनांक 20/01/2013 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .
धन्यवाद!
हाउसवाइफ किसे कहते हैं ?........हलचल का रविवारीय विशेषांक....रचनाकार....रेवा टिबरेवाल जी
यशवंत जी, आपको मेरी रचना पसंद आयी इसके लिए धन्यवाद। आप पोस्ट का लिंक हलचल पर दे सकते हैं। मुझे कोई आपत्ति नहीं हैं।
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