मैं खुश रहूँ या न रहूँ, आप सब खुश रहें
आज दिवाली का दिन है। लोग खुशियाँ मना रहे हैं। पर मुझमें कोई ख़ुशी नहीं
है। वैसे मेरी ख़ुशी तो कब ही मुझसे दूर हो गयी
है ............................. पर ..................... आज जैसा लग रहा
है कि मैं सारा चीज खो गया हूँ .................. पर किसे कहूँ मैं
अपनी बात ........................ कोई तो नहीं रहा अपना .....................
खैर, छोड़िये इन बातों को मैं खुश रहूँ या न रहूँ, आप सब खुश रहें।
सबों को दीपावली की ढेर सारी शुभकामनायें।
-- महेश
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